Blogs

पर्यावरण क्या है? what is environment?परिचय, पर्यावरण का महत्व, विश्व पर्यावरण दिवस, विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम (Environmеntal Protеction Act)

परिचय

पर्यावरण, हमारे जीवन का असीमित महत्व रखने वाला विशाल अवधारणा है। यह हमारे चारों ओर की सभी प्राकृतिक और अप्राकृतिक घटकों का समन्वय है, जिनसे हमारी जिंदगी निर्भर करती है। पर्यावरण का संरक्षण एक आवश्यकता बन गई है क्योंकि आजकल की मानव समाज के विकास के प्रक्रिया में पर्यावरण के साथ हुए अत्यधिक अन्यायपूर्ण व्यवहारों के कारण पृथ्वी पर जीवन की स्थिति खतरे में पड़ गई है। इस ब्लॉग में, हम पर्यावरण के महत्व पर विचार करेंगे, इसके घातक प्रभावों को देखेंगे और संरक्षण के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा करेंगे।

पर्यावरण का महत्व

पर्यावरण हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें अपने जीवन के लिए आवश्यक सभी संसाधनों, जैसे कि खाने की वस्तुएं, पानी, हवा और ऊर्जा, प्रदान करता है। पर्यावरण न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण रूप से योगदान करता है। हरियाली से भरा हुआ वातावरण हमें प्रकृति से जुड़ता है और हमारे अंतरंग मन को शांति देता है। वन्यजीवन और जलवायु प्रणाली, प्रकृति की सुंदरता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमारे समृद्धि और समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

विश्व पर्यावरण दिवस-

विश्व पर्यावरण दिवस एक वार्षिक आयोजन है जो पृथ्वी के संरक्षण और पर्यावरणीय मुद्दों के लिए समर्पित है। यह दिन पृथ्वी के विकास में जनसामान्य को जागरूक करता है और सभी लोगों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह दिन विभिन्न देशों में विभिन्न तिथियों पर मनाया जाता है, लेकिन अधिकांशतः 5 जून को ही अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाता है। 5 जून को हम विश्व पर्यावरण दिवस  के रूप में मनाते हैं।

विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व:

विश्व पर्यावरण दिवस का मुख्य उद्देश्य हमें पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाना और इसे एक संबलित और स्वच्छ रहने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस दिन के अवसर पर, विश्व भर के लोग विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते हैं जैसे कि पर्यावरण संरक्षण संबंधित सेमिनार, नाटक, पर्यावरण संरक्षण अभियान, पौधारोपण और नागरिकों को पर्यावरण संरक्षण में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने की कई गतिविधियां।

पर्यावरण संरक्षण अधिनियम

पर्यावरण संरक्षण अधिनियम (Environmеntal Protеction Act) भारत सरकार द्वारा 1986 में पारित किया गया था। यह एक महत्वपूर्ण कानून है जो भारत में पर्यावरण के संरक्षण,  संरक्षण,  और प्रबंधन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस अधिनियम के तहत सरकार ने विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों के संबंध में सख्त नियम बनाए और उनके पालन-पोषण का प्रावधान किया है।

पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के मुख्य उद्देश्य:

प्रदूषण नियंत्रण: यह अधिनियम विभिन्न प्रकार के प्रदूषण (वायु,  जल,  और धरती पर प्रदूषण) को रोकने और नियंत्रित करने के उद्देश्य से बनाया गया है।

  • जल-जमाव: अधिनियम ने जल-जमाव (जैसे बांध,  कुआं,  तालाब,  नदी,  और झील) के निर्माण और प्रबंधन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
  • अवैध वन्यजीवन विकास: अधिनियम वन्यजीवन विकास को नियंत्रित करने के उद्देश्य से अवैध वन्यजीवन विकास के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का प्रावधान करता है।
  • संरक्षित क्षेत्रों का प्रबंधन: अधिनियम ने राष्ट्रीय पार्क,  वन्यजीवन अभ्यारण्य,  बाघ अभ्यारण्य,  और अन्य संरक्षित क्षेत्रों के प्रबंधन और संरक्षण के लिए नियम बनाए हैं।